उत्तराखंड : 5 में से 4 सीटों पर आपदा राहत है मेन इश्यू

  • 02/05/2014

  • Navbharat Times (New Delhi)

यात्रा शुरू होने के साथ और गरमा गया है मसला उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटों को अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के नेता तूफानी दौरा कर रहे हैं। यहां 4 सीटों पर आपदा राहत बड़ा मुद्दा है। यह मुद्दा किसी के लिए आफत ला सकता है, तो किसी के लिए वोटों का बाढ़। बीजेपी इस मुद्दे को लगातार गरमा रही है। साथ ही चारधाम यात्रा शुरू होने की वजह से यह और भी फोकस में आ गया है। दर्द के साए में चुनाव अल्मोड़ा, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल के कई इलाके ऐसे हैं, जो पिछले साल आई आपदा में बुरी तरह प्रभावित हुए। अल्मोड़ा सीट में चीन और नेपाल सीमा से सटे इलाके धारचूला और कपकोट में सबसे ज्यादा मार पड़ी। ज्यादातर प्रभावितों का सही से पुर्नवास भी नहीं हो पाया है। इन तीनों सीटों के बीजेपी कैंडिडेट इस मसले को जोर शोर से उठा रहे हैं। टिहरी से बीजेपी कैंडिडेट माला राजलक्ष्मी ने कहा कि आपदा राहत के नाम पर लोगों के साथ मजाक हुआ है। सड़कें, पुल सब टूटे हुए हैं। राज्य और दोनों जगह कांग्रेस की सरकार है बावजूद इसके लोगों को राहत नहीं मिली। टूरिस्ट कम तो वोटर बिदके इस साल चारधाम यात्रा शुरू तो हो गई है, लेकिन टूरिस्टों की संख्या बहुत ही कम है। होटल इंडस्ट्री चौपट हो गई है। साथ ही जिन लोगों की रोजी-रोटी टूरिस्टों पर ही निर्भर है वह बेरोजगार हो गए हैं। इसकी वजह से हरिद्वार सीट के वोटर नाराज हैं। यहां से बीजेपी कैंडिडेट रमेश पोखरिया निशंक कहते हैं कि कांग्रेस हर मोर्चे पर विफल रही और लोग वोट के जरिए अब इसका जवाब देंगे। सीएम बदला, पर उम्मीद कम कांग्रेस को पहले ही अंदाजा था कि आपदा राहत का मसला उन्हें चुनाव में नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए चुनाव से ठीक पहले राज्य का सीएम बदल कर यह संदेश देने की कोशिश की गई कि आपदा राहत में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है। लोगों में नाराजगी झलकती है और यह 7 मई को दिक्कत बढ़ा सकती है। बीजेपी को फायदा बीजेपी को आपदा मुद्दे से फायदे की उम्मीद है। कांग्रेस भी इस बात से घबराई हुई है। कांग्रेस के एक सीनियर नेता ने कहा कि आपदा राहत का हमने काम तो किया, लेकिन यह मुद्दा भावनात्मक भी है। लोगों ने अपने परिजनों को खोया है और बीजेपी उसे भुना रही है।